नूतन पथ की ओर
मीना जैन
नव वर्ष स्वागत तुम्हारा
भाव प्रसून की पंखुरियों से
अभिनंदन नये दशक का
विनयशील की अंजुरियों से
हर्ष पताकाएँ फहरा कर
बाँधे हैं हमने वंदन वार
नभ पर उदित नूतन दिनमान
नूतन का स्वागत फिर एक बार
नूतन संदेश सुनाती भोर नई
सजने लगीं हैं नई दिशाएँ
अरुण रश्मियाँ लिख रहीं
उन्नयन की नूतन विधाएँ
नई आशा, नई ऊर्जा, चेतना
नव उमंग, नव विश्वास लिये
बढ़ चलें नूतन पथ की ओर
नव स्फूर्ति, नव उल्लास लिये ।
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